This article was written by Rukmini Banerji
The original article was published in Dainik Bhaskar
“आज जिस बच्चे का नाम कक्षा दो में लिखा है, वो कभी स्कूल गया ही नहीं है। जब स्कूल खुलेंगे, उसे किस पाठ्यक्रम, किस पाठ्यपुस्तक से पढ़ाएंगे? क्या पाठ्यपुस्तक इस्तेमाल करना उचित भी होगा? इसी तरह पहली के बच्चों को तो आंगनवाड़ी या किसी भी प्रकार की पूर्व प्राथमिक शिक्षा प्राप्त नहीं हुई। उनकी औपचारिक शिक्षा का आरंभ कहां से और कैसे किया जाए?"
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